
महाकालेश्वर मंदिर
देवों के देव, महादेव
महाकाल के दर्शन का अनुभव करें।
देवों के देव, यानी महादेव के प्रसिद्ध 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर धाम को महाकाल लोक के नाम से जाना जाता है यह मंदिर विश्व के सात प्राचीन शहरों में से एक अवंतिका (वर्तमान में इसका नाम उज्जैन है) में स्थित है जो मध्य प्रदेश का जिला है इसकी दूरी इंदौर से 50 और भोपाल से 300 किलोमीटर है।
महामृत्युंजय मठ कैसे जाएं ?
इंदौर पहुंचना बेहद आसान है क्योंकि यह देश के प्रमुख शहर इंदौर से मात्र 55 किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ है , वैसे तो उज्जैन में रेलवे स्टेशन है लेकिन यदि आपके शहर से यहां तक के लिए डायरेक्ट ट्रेन नहीं है तो इंदौर या भोपाल पहुंचकर उज्जैन के लिए रेलगाड़ी पकड़ सकते हैं,
उज्जैन का नजदीकी एयरपोर्ट अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा इंदौर है जो कि महाकाल लोक से 57 किलोमीटर दूर है।
महाकाल लोक कहां है.
यह मंदिर विश्व के सात प्राचीन शहरों में से एक अवंतिका (वर्तमान में इसका नाम उज्जैन है) में स्थित है जो मध्य प्रदेश का जिला है इसकी दूरी इंदौर से 50 और भोपाल से 300 किलोमीटर है।
उज्जैन कब जाना चाहिए ?
वैसे तो महाकालेश्वर मंदिर हर मौसम में दर्शनीय है परंतु वास्तव में महाकाल के दर्शन का सबसे अच्छा समय श्रावण मास और महाशिवरात्रि के दिन विशेष शुभ माना जाता है इसी समय कांवरिया यात्रा करते हुए लोग भारी संख्या में आते हैं.
महाकालेश्वर मंदिर खुलने का समय 2022-23 ?
यह मंदिर प्रतिदिन प्रातः काल 4:00 बजे से रात्रि 10:00 बजे तक भक्तों के लिए खुला रहता है लेकिन सावन महीने में अपार संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं जिसके कारण मंदिर 2 घंटे पहले ही खुल जाता है और निरंतर 11:00 बजे रात तक खुला रहता है.